Agra, 26 मई 2025 (सोमवार ): आगरा में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर साइबर ठगों द्वारा युवती को वीडियो कॉल पर निर्वस्त्र करने और 16.20 लाख रुपये की ठगी करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। घटना की जांच कर रही साइबर क्राइम थाना पुलिस ने राजस्थान के सीकर जिले के खाटूश्याम क्षेत्र से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पीड़िता शाहगंज क्षेत्र की रहने वाली है। उसने 9 फरवरी 2025 को साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, घटना की शुरुआत 24 दिसंबर 2024 को हुई थी और 29 जनवरी 2025 तक ठगों ने युवती को लगातार मानसिक प्रताड़ना दी।
युवती को पहला कॉल एक महिला की ओर से आया, जिसने खुद को एक निजी कूरियर कंपनी ‘ब्लू डॉट’ की प्रतिनिधि बताया। उसने युवती पर आरोप लगाया कि उसके नाम से भेजे गए पार्सल में नशीली दवाएं मिली हैं। इसके बाद कॉल मुंबई पुलिस, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, सीबीआई और ईडी से जुड़ा बताकर युवती को डरा-धमका कर स्काइप पर वीडियो कॉल में जोड़ा गया।
ठगों ने “टैटू जांच” के बहाने पीड़िता को निर्वस्त्र होने के लिए मजबूर किया और इस दौरान उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। इसके बाद उसे ब्लैकमेल कर कई किश्तों में 16.20 लाख रुपये ट्रांसफर कराए गए। यहां तक कि युवती को लोन लेकर पैसा देने का भी दबाव बनाया गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि युवती से ली गई रकम राजस्थान निवासी रविंद्र प्रसाद वर्मा ने एटीएम और बैंक के माध्यम से निकाली। आरोपी को सीकर से गिरफ्तार किया गया है। उसने बताया कि वह बीए पास है और कमीशन पर विजय मीणा नामक व्यक्ति के लिए काम करता है। ठगी की रकम निकालने के एवज में उसे कमीशन मिलता था।
पुलिस अब विजय मीणा और उसके दो अन्य साथियों की तलाश में दबिश दे रही है, जिनकी तस्वीरें सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई हैं।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी अनजान कॉल या वीडियो कॉल पर निजी जानकारी न दें। खुद को सरकारी एजेंसी बताकर डराने वाले साइबर अपराधियों से सावधान रहें। किसी भी संदेहास्पद गतिविधि की तत्काल रिपोर्ट 1930 हेल्पलाइन या http://www.cybercrime.gov.in पर की जा सकती है।
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