Deoghar, 10 जुलाई: सावन की शुरुआत इस बार 11 जुलाई से हो रही है और इसी के साथ बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। राजकीय श्रावणी मेला 2025 का उद्घाटन आज गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर विधिवत रूप से किया जाएगा। परंपरागत रूप से दुम्मा में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच नारियल फोड़कर और फीता काटकर मेले का शुभारंभ होगा।
हालांकि, भक्त बुधवार से ही देवघर पहुंचने लगे हैं और बाबा वैद्यनाथ के दर्शन कर रहे हैं। अगर कोई श्रद्धालु स्पर्श पूजा करना चाहता है तो उसके पास आज का दिन अंतिम अवसर है। कल यानी 11 जुलाई से श्रावणी मेला प्रारंभ होते ही पूरे महीने तक स्पर्श पूजा पर रोक लगा दी जाएगी। इसके बाद श्रद्धालु केवल अरघा के माध्यम से जलार्पण कर सकेंगे।
मेला क्षेत्र में संभावित भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने व्यापक प्रबंध किए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर प्रशासन ने 600 रुपये में ‘शीघ्र दर्शनम् कूपन’ की व्यवस्था की है, जो रविवार और सोमवार को छोड़कर अन्य सभी दिनों में उपलब्ध रहेगा। श्रावणी मेले के दौरान गर्भगृह में प्रवेश पर भी प्रतिबंध रहेगा। जलार्पण के लिए मंझला खंड और निकास द्वार पर अतिरिक्त अरघा लगाए गए हैं, ताकि व्यवस्था में किसी प्रकार की बाधा न आए।
देवघर के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा के नेतृत्व में मेला तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है। इस बार मेले में कई नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं, जैसे शौचालय, पेयजल, नियंत्रण कक्ष, स्वास्थ्य शिविर और रास्ता-निर्देशन संकेतक, जिससे श्रद्धालुओं को अधिक सुविधाजनक अनुभव मिल सके।
