Ahamdabad/New Delhi: विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर अदाणी फाउंडेशन (Adani Foundation) की चेयरपर्सन डॉ. प्रीति अदाणी ने युवाओं को ‘हुनर’ को अपनाने का संदेश देते हुए कहा है कि “कौशल विकास केवल नौकरी पाने का जरिया नहीं, आत्मनिर्भरता की पहली सीढ़ी है।” उन्होंने कहा कि आज का युवा पढ़ाई के साथ-साथ यदि सही स्किल्स हासिल कर ले, तो वह न केवल अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकता है, बल्कि देश को भी विकसित भारत की राह पर ले जा सकता है।
डॉ. प्रीति अदाणी की यह सोच अदाणी फाउंडेशन के कार्यों में भी झलकती है। देशभर में चल रहे इसके स्किल डेवलपमेंट सेंटर्स युवाओं को टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर, रिन्यूएबल एनर्जी, कस्टमर सर्विस, डिजिटल स्किल्स, ब्यूटी व वेलनेस, सिलाई-कढ़ाई जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दे रहे हैं।
अब तक लाखों युवाओं को इसका लाभ मिल चुका है। इनमें से कई वो युवा हैं जो पहले बेरोजगार थे या पारंपरिक आजीविका पर निर्भर थे। प्रशिक्षण के बाद अब वे प्रतिष्ठित कंपनियों में कार्यरत हैं या खुद का बिज़नेस चला रहे हैं।
डॉ. प्रीति अदाणी ने कहा,
“जब कोई युवा नया हुनर सीखता है, तो उसमें आत्मविश्वास आता है, सपने बड़े होते हैं और वह खुद को समाज के लिए उपयोगी महसूस करता है।”
अदाणी फाउंडेशन का दृष्टिकोण केवल ट्रेनिंग तक सीमित नहीं है। संस्था युवाओं को प्रशिक्षण के बाद प्लेसमेंट या स्वरोजगार की दिशा में भी सहयोग करती है। महिलाओं और लड़कियों के लिए विशेष ट्रेनिंग सेंटर भी संचालित किए जा रहे हैं, जहां उन्हें उनके अनुकूल कौशल जैसे सिलाई, ब्यूटीशियन कोर्स, कंप्यूटर और डिजिटल मार्केटिंग सिखाया जाता है।
तकनीक बनी ग्रामीण युवाओं की ताकत
स्किल डेवलपमेंट की इस यात्रा में तकनीक भी एक बड़ा साधन बनकर उभरी है। स्मार्ट क्लासरूम, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और डिजिटल लर्निंग के माध्यम से दूर-दराज़ के गांवों में रहने वाले युवा भी आज आधुनिक स्किल्स सीखकर आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
डॉ. अदाणी का मानना है कि “हर युवा के पास अगर कोई एक मजबूत हुनर हो, तो वह किसी पर निर्भर नहीं रहेगा।”
भारत सरकार ने 2047 तक देश को ‘विकसित भारत’ बनाने का लक्ष्य तय किया है। इस सपने को साकार करने में युवाओं की भागीदारी और हुनर विकास की भूमिका सबसे अहम मानी जा रही है। ऐसे में अदाणी फाउंडेशन जैसे संस्थानों की पहल इस दिशा में बेहद सार्थक साबित हो रही है।
युवा अगर कुछ नया सीखने और खुद को बेहतर बनाने के इच्छुक हैं, तो याद रखें – हुनर ही आपका असली भविष्य है।
