Betla : पलामू जोन के आईजी सुनील भास्कर ने साफ कहा है कि नक्सली और अपराधियों के पास अब केवल दो विकल्प हैं, या तो आत्मसमर्पण करें या फिर पुलिस की गोली खाने को तैयार रहें। बेतला में आयोजित क्राइम मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए आईजी ने लातेहार, पलामू और गढ़वा जिलों की कानून-व्यवस्था और नक्सल मोर्चे की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में पलामू डीआईजी नौशाद आलम, लातेहार एसपी कुमार गौरव, गढ़वा एसपी अमन कुमार, पलामू एएसपी राजेश कुमार समेत सीआरपीएफ और एसएसबी के कमांडेंट शामिल हुए।
आईजी के निर्देश दिया है कि फरार नक्सलियों और अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई की जाए। आत्मसमर्पण नहीं करने वालों की अवैध संपत्ति जब्त की जाएगी। हर थाना स्तर पर लंबित आपराधिक और नक्सली मामलों की समीक्षा कर त्वरित कार्रवाई हो।
आईजी ने कहा कि पुलिस की नई रणनीति में सख्ती और पारदर्शिता दोनों शामिल हैं। आत्मसमर्पण की राह खुली है, लेकिन जो रास्ता नहीं चुनेंगे, उनके खिलाफ कानून का कठोर प्रयोग होगा। उन्होंने लातेहार, पलामू और गढ़वा पुलिस टीम को हाल ही में नक्सली विरोधी अभियानों में मिली सफलता के लिए बधाई दी।
बैठक में सीआरपीएफ कमांडेंट अमरेंद्र कुमार सिंह, एसएसबी कमांडेंट आरके मिश्रा, एसडीपीओ भरत राम, बरवाडीह थाना प्रभारी अनूप कुमार, छिपादोहर थाना प्रभारी यकीन अंसारी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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