Yadgir (Karnataka): कर्नाटक के यादगिर ज़िले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां सरकारी आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाली कक्षा 9 की एक छात्रा ने बुधवार, 27 अगस्त को स्कूल के शौचालय में बच्चे को जन्म दिया। घटना के बाद छात्रा और नवजात को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दोनों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
मुख्य आरोपी गिरफ्तार, POCSO और SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी परमन्ना निंगप्पा वारी (30) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक (SP) पृथ्वी शंकर ने बताया कि,
“आरोपी के खिलाफ POCSO एक्ट समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। चूंकि पीड़िता अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती है, इसलिए आरोपी पर SC/ST (अत्याचार निवारण) एक्ट, 1989 की धाराएं भी लगाई गई हैं। पुलिस ने बताया कि FIR में दर्ज अन्य चार आरोपियों से भी पूछताछ की जा रही है।”
बाल अधिकार आयोग ने जताई नाराज़गी
मामला सामने आने के बाद कर्नाटक राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य शशिधर कोसाम्बे ने अधिकारियों की गंभीर लापरवाही पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों ने समय रहते आयोग को सूचित नहीं किया। ऐसे में स्कूल प्रिंसिपल और स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। कोसाम्बे ने चेतावनी दी कि राज्य में इस तरह की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं, जो बेहद चिंताजनक है।
जिम्मेदार अधिकारियों पर गिरी गाज
मामले की गंभीरता को देखते हुए कर्नाटक आवासीय शैक्षणिक संस्थान सोसाइटी (KREIS) ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्कूल के प्रधानाचार्य, वार्डन और दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।
SP शंकर ने कहा कि,
“स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों को नियमित रूप से छात्राओं की स्वास्थ्य जांच करनी चाहिए थी, लेकिन इसमें चूक हुई। इस लापरवाही के लिए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।”
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
