Ranchi: झारखंड (Jharkhand) वासियों के लिए राहत भरी खबर है। लम्बे इंतजार के बाद अब राज्य में मानसून के प्रवेश की घड़ी नजदीक आ चुकी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून 16 से 18 जून के बीच संताल परगना के रास्ते झारखंड (Jharkhand) में दस्तक देगा। इसके साथ ही राज्य के कई हिस्सों में शुक्रवार यानी 14 जून से ही बारिश शुरू हो चुकी है।
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि मानसून फिलहाल ओडिशा की ओर बढ़ रहा है और 16 जून तक वहां पहुंचने की संभावना है। इसके बाद यह झारखंड (Jharkhand) में तेजी से प्रवेश करेगा और दो-तीन दिनों में पूरे राज्य में फैल जाएगा। इस बार मानसून की गति और स्थिति दोनों ही अनुकूल मानी जा रही हैं। राज्यभर में सामान्य से अच्छी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है।
उन्होंने बताया कि 14 जून से राज्य के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश शुरू हो गई है। वहीं 16 से 18 जून के बीच तेज बारिश, आंधी और वज्रपात की संभावना बनी हुई है। इसको देखते हुए मौसम विभाग ने पूरे राज्य में येलो अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि मानसून का असर सितंबर तक बना रहेगा।
मानसून की आमद की खबर के साथ ही राज्यभर में किसान धान की बुआई की तैयारियों में जुट गए हैं। खेतों में बिचड़े डालने और जुताई का काम तेजी से शुरू हो गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को लातेहार में 20 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जबकि मेदिनीनगर का अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक था। राजधानी रांची में तापमान 35 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.4 डिग्री कम है। शाम के समय पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम में भी हल्की बारिश हुई।
गौरतलब है कि वर्ष 2024 में झारखंड (Jharkhand) में मानसून 21 जून को पहुंचा था। इस बार मानसून के आगमन की तिथि 3-5 दिन पहले मानी जा रही है, जो खेती और जल संकट झेल रहे इलाकों के लिए बेहद शुभ संकेत है।
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