Ranchi: झारखंड (Jharkhand) में लगातार हो रही बिजली कटौती पर झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (JUVNL) के चेयरमैन-सह-प्रबंध निदेशक (CMD) अविनाश कुमार ने सख्त रुख अपनाया है। शनिवार को आयोजित एक वर्चुअल समीक्षा बैठक में उन्होंने निगम के सभी जीएम, एसई और संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि भारी खर्च के बावजूद भी राज्यभर में लगातार बिजली कटौती की शिकायतें मिल रही हैं, जो बेहद गंभीर है।
बैठक के दौरान सीएमडी ने सवाल उठाया कि “बारिश होते ही बिजली क्यों चली जाती है और फिर घंटों तक वापस क्यों नहीं आती? सिस्टम को पहले से इतना मजबूत क्यों नहीं बनाया जाता कि मौसम की मार झेल सके?” उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी अधिकारी की लापरवाही पाई गई, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सीएमडी अविनाश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जरूरत के अनुसार उपकरणों की सूची और अनुमानित लागत (एस्टीमेट) जल्द से जल्द दें, ताकि आवश्यक उपकरणों की खरीद प्रक्रिया तुरंत शुरू हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि जहां जरूरत हो वहां पुराने तारों और केबलों को प्राथमिकता के आधार पर बदला जाए।
विशेष तौर पर हजारीबाग और डीवीसी (DVC) क्षेत्र में बिजली कटौती को लेकर मिल रही लगातार शिकायतों का उल्लेख करते हुए सीएमडी ने कहा कि डीवीसी को औपचारिक पत्र भेजकर स्पष्ट किया जाएगा कि मासिक भुगतान के बावजूद बिजली कटौती किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा ताकि उपभोक्ताओं को लंबे समय तक बिजली कटौती की परेशानी न झेलनी पड़े।
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