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Jharkhand सरकार और Godda जिले के शीर्ष अधिकारियों को नोटिस
Ranchi/Godda, 18 अगस्त: गोड्डा जिले में पुलिस द्वारा कुख्यात बताकर सूर्य नारायण हांसदा उर्फ सूर्या हांसदा की कथित मुठभेड़ में मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस प्रकरण में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) ने गंभीरता दिखाते हुए झारखंड सरकार एवं गोड्डा जिले के शीर्ष अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। आयोग द्वारा जारी पत्र (संख्या NCST/ATY-2899/JH/4/2025-RU-IV दिनांक 18 अगस्त 2025) में झारखंड के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक (DGP), गोड्डा के उपायुक्त (DC) और गोड्डा के पुलिस अधीक्षक (SP) से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। आयोग ने इस मामले में त्वरित जांच और आवश्यक कार्रवाई पर जवाब देने को कहा है।
पत्र में स्पष्ट किया गया है कि आयोग को राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश द्वारा 16 अगस्त 2025 को भेजे गए आवेदन के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। आवेदन में सूर्या हांसदा की कथित पुलिस मुठभेड़ में मौत की निष्पक्ष जांच और आवश्यक कदम उठाने की मांग की गई थी। आयोग ने यह भी उल्लेख किया है कि अनुसूचित जनजाति से जुड़े मामलों में संविधान के अनुच्छेद 338A के अंतर्गत उसे सिविल न्यायालय जैसी शक्तियाँ प्राप्त हैं। इस आधार पर आयोग ने मामले की पूरी जानकारी तलब की है और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे निर्धारित समय सीमा के भीतर आयोग के समक्ष विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
आयोग की इस सख्त कार्रवाई के बाद मामले में नए राजनीतिक और प्रशासनिक हलचल तेज होने के आसार हैं। एक ओर पुलिस अपनी आधिकारिक कहानी पर अड़ी है, वहीं मृतक सूर्या हांसदा के परिवार, राजनैतिक एवं सामाजिक संगठनों ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए लगातार आवाज उठाई है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि झारखंड सरकार के अधिकारी आयोग के नोटिस का क्या जवाब देते हैं और क्या इस मामले में किसी उच्चस्तरीय जांच की घोषणा की जाती है। यह घटनाक्रम साफ संकेत देता है कि सूर्या हांसदा एनकाउंटर विवाद आने वाले दिनों में न सिर्फ प्रशासन बल्कि राज्य की राजनीति में भी बड़ा मुद्दा बन सकता है।
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